 | द्वारिकादासशास्त्रिणः माधवीयनामधातुवृत्तिस्थसौत्रधात्वनुक्रमणी |
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full root |
root |
marker |
sense or specifier |
class |
class name |
sutra |
page |
variant |
ऋति |
ऋति |
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घृणायाम् |
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सौत्रधातु |
1 |
581-582 |
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जु |
जु |
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वेगितायां गतौ |
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सौत्रधातु |
4 |
583 |
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साति |
साति |
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सुखे |
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सौत्रधातु |
3 |
583 |
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स्कन्भु |
स्कन्भ् |
उ |
स्तम्भे |
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सौत्रधातु |
2 |
582-583 |
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स्कुन्भु |
स्कुन्भ् |
उ |
धारणे |
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सौत्रधातु |
2 |
582-583 |
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स्तन्भु |
स्तन्भ् |
उ |
स्तम्भे |
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सौत्रधातु |
2 |
582-583 |
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स्तुन्भु |
स्तुन्भ् |
उ |
निष्कोषणे |
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सौत्रधातु |
2 |
582-583 |
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© 2009 The Sanskrit Library